सिविल सेवा
परीक्षा What is Civil Services
सिविल सेवा(Civil Services) परीक्षा देश की सबसे बड़ी एवं सबसे प्रतिष्ठित मानी जाने
वाली परीक्षा है।
भारत में पहली बार 1 अक्टूबर 1926 को लोक सेवा आयोग की स्थापना की गयी और
26 जनवरी 1950 में इसका नाम बदलकर संघ लोक सेवा आयोग कर दिया गया।
26 जनवरी 1950 से लेकर आज तक संघ लोक सेवा आयोग
(UPSC/यूपीएससी) प्रति
वर्ष सिविल सेवा(Civil Services) परीक्षा का आयोजन करवाती हैं।
Civil Services(सिविल सर्विसेज) की प्रक्रिया:
यपीएससी इस परीक्षा को तीन चरणों में पूरा करवाती है-
पहला चरण - प्रारम्भिक परीक्षा का होता है|
दूसरा चरण - मुख्य परीक्षा परीक्षा का होता है |
तीसरा चरण - साक्षात्कार (INTERVIEW)
पहला चरण - प्रारम्भिक परीक्षा
इसका आयोजन लगभग जून-अगस्त महीने में होता आया है।
इसमें दो पेपर होते हैं-
- पहला पेपर जनरल स्टडी(GS) का होता है |
- पहला पेपर सी-सेट(सिविल सर्विसेज़ एप्टीट्यूड टेस्ट) होता है|
प्रारम्भिक परीक्षा पेपर -I(सामान्य अध्ययन)
यह पेपर सामान्यतया जीके(जनरल स्टडीज) पर ही आधारित होता है।
इसमें भूगोल, इतिहास,
भारतीय अर्थव्यवस्था, पॉलिटी,
विज्ञान एवं
प्रौद्योगिकी, पर्यावरण एवं करंट अफेयर्स आदि पर आधारित प्रश्न
सम्मिलित होते हैं।
इसमें 100 प्रश्न पूछे जाते हैं और प्रत्येक प्रश्न 2 नंबर का होता
हैं, अर्थात प्रारंभिक प्रश्न-पत्र 200 अंकों का होता हैं।
प्रारंभिक
परीक्षा-I(प्रथम) की समय सीमा - 2 घंटे निर्धारित की
गयी है
और इसी प्रश्न पत्र के आधार पर आपको मुख्य परीक्षा में
बैठने की अनुमति मिलती हैं।
प्रारंभिक परीक्षा पेपर-II(
सीसैट)
इसमें सामान्यतः जनरल रीज़निंग और जनरल मानसिक योग्यता,
0वीं कक्षा के स्तर की गणित (गणित विषय में कमजोर छात्र
डरें
नहीं क्योंकी इसमें केवल 2-5 प्रश्न ही गणितसे पूछे जाते हैं) के
प्रश्न पूछे
जाते हैं | इस प्रकार कुल मिलाकर इस पेपर में 80प्रश्न
पूछे जाते हैं। प्रत्येक
प्रश्न 2.5 अंकों का होता हैं इस कारण कुल
मिलाकर ये प्रश्न-पत्र भी 200 अंकों का
ही होता है।
प्रारंभिक परीक्षा पेपर-II की समय सीमा 2 घंटे निर्धारित की गयी
है | सबसे मुख्य बात यह
है की यह प्रश्न पत्र(पेपर-II c-sat) केवल क्वालिफाइंग होता हैं,
इसमें आपको 200 में से केवल 66 अंक लाने होते हैं |
प्रारम्भिक परीक्षा के दोनों पेपर में वस्तुनिष्ट प्रकार के प्रश्न पूछे
जाते हैं |
प्रारम्भिक परीक्षा के अंक मुख्य परीक्षा में शामिल नहीं किए जाएँगे
प्रारम्भिक परीक्षा के दोनों पेपर में 1/3 ऋणात्मक अंकन(Negative
Marking)
का प्रावधान है।
दूसरा चरण - मुख्य परीक्षा (Main Exam)
प्रारम्भिक परीक्षा से लगभग 4 महीने बाद मुख्य परीक्षा होती है।
सिविल सेवा(Civil Services) मुख्य परीक्षा में प्रश्नपत्र वर्णात्मक
(लिखित) होते
हैं।
सिविल सेवा(Civil Services) मुख्य परीक्षा में सभी प्रश्नपत्रों की
समय अवधि 3 घंटे
होती हैं।
सिविल सेवा(Civil Services) मुख्य परीक्षा में ऋणात्मक
अंकन(Negative Marking) नहीं
होता हैं।
सिविल सेवा(Civil Services) की मुख्य परीक्षा में कुल मिलाकर
9 पेपर होते हैं।
सिविल सेवा(Civil Services) की मुख्य परीक्षा में सामान्य
अंग्रेजी और हिंदी को
छोड़कर बाकी सभी पेपर 250नंबर के होते हैं|
सिविल सेवा(Civil Services) की मुख्य परीक्षा 1750 अंकों की
होती हैं।
1. संविधान की 21वीं अनुसूची में शामिल कोई भी एक भाषा
(आपके मन मुताबिक)
2. सामान्य अंग्रेजी
3. निबंध
4. सामान्य अध्ययन-I
5. सामान्य अध्ययन-II
6. सामान्य अध्ययन-III
7. सामान्य अध्ययन-IV
सामान्य अध्ययन पेपर-I
यह प्रश्न पत्र मुख्यतः भारतीय विरासत और संस्कृति,
इतिहास ,
भूगोल एवं समाज पर आधारित होता हैं।
सामान्य अध्ययन पेपर-II
यह प्रश्न पत्र मुख्यतः शासन व्यवस्था, संविधान, शासन प्रणाली,
सामाजिक न्याय तथा अंतराष्ट्रीय सम्बन्ध पर आधारित होता
हैं।
सामान्य अध्ययन पेपर - III
यह सामान्यतः प्रौद्योगिकी, आर्थिक विकास, जैव विविधता,
पर्यावरण, सुरक्षा तथा आपदा प्रबंधन पर आधारित होता हैं।
सामान्य अध्ययन पेपर - IV
यह सामान्यतः नीतिशास्त्र,सत्यनिष्ठा एवं अभिरूचि पर आधारित
होता हैं।
विषय 8वां और 9वां . वैकल्पिक विषय (आपके द्वारा चुनी गई
कोई भी एक विषय के
दो पेपर)।
सिविल सेवा(Civil Services) की मुख्य परीक्षा में सामान्य
अंग्रेजी और सामान्य हिंदी
के प्रश्न पत्र क्वालिफाइंग होते हैं। ये दोनों 300-300 नम्बर के होते हैं और
इनमें आपको केवल 25%(75-75) अंक लाने होते हैं। इनके नंबर मुख्य परीक्षा में नहीं
जोड़े जाते।
सिविल सेवा(Civil Services) की मुख्य परीक्षा में सबसे पहले
सामान्य अंग्रेजी का
पेपर जाँच होता हैं और अगर आप उसमें 25
प्रतिशत अंक लाने में नाकामयाब हो जाते हैं
तो आपके बाकि वाले
8 पेपर की जाँच नहीं होगी।
आप किसी भी विषय को अपना वैकल्पिक विषय चुन सकते हैं,
चाहे वो आपका स्नातक विषय रहा हो या नहीं ।
तीसरा और अंतिम चरण - साक्षात्कार(Interview)
सिविल सेवा(Civil Services) की मुख्य परीक्षा में साक्षात्कार
275 अंकों का होता है।
सिविल सेवा(Civil Services) की मुख्य परीक्षा में अगर आपने
मेंन्स किसी अन्य भाषा
में लिखा हैं और आप इंटरव्यू किसी
अन्य भाषा में देना चाहते हैं तो भी दे सकते
हैं।
सिविल सेवा(Civil Services) की मुख्य परीक्षा में केवल मुख्य
परीक्षा के सातों
प्रश्न पत्रों के आधार पर (सामान्य अंग्रेजी और
हिंदी को छोड़कर) इंटरव्यू के लिए
बुलावा आता है।
सिविल सेवा(Civil Services) की प्रारम्भिक परीक्षा के नंबर
इसमें नहीं जुड़ते हैं।
सिविल सेवा(Civil Services) की मुख्य परीक्षा में उत्तीर्ण होने
पर ही आपको इंटरव्यू
के लिए बुलावा आता हैं, जो कि धौलपुर
हाउस(दिल्ली) में होता हैं।
सिविल सेवा(Civil Services) में इंटरव्यू के लिए 1/3
उम्मीदवारों का चयन किया जाता हैं।
सामान्यतः यूपीएससी औसतन 1000 पदों के लिए परीक्षा का
आयोजन करवाती हैं,इसीलिए औसतन 3,000 उम्मीदवारों का
नाम इंटरव्यू की लिस्ट
में आता हैं और यहीं पर फैसला होता हैं कि कौन टॉप करेगा और कौन वापिस परीक्षा
देगा।
अगर आप प्रारम्भिक परीक्षा में बैठ जाते हो, तो वो आपका 1
प्रयास गिना जाएगा।
अगर आप प्रारम्भिक परीक्षा में उत्तीर्ण होकर मुख्य परीक्षा देते हैं
तो
अगर मुख्य परीक्षा में आप अनुतीर्ण होते हैं या इंटरव्यू में
अनुतीर्ण होते हैं तो
आपको वापस से प्रारम्भिक परीक्षा से शुरुआत
करनी होगी फिर चाहे आप कुछ दशमलव नंबर से
ही पीछे हों ।
इस प्रकार सिविल सेवा(Civil Services) की परीक्षा कुल
(1750+275) 2025 अंकों की होती हैं।
सिविल सेवा(Civil
Services) की परीक्षा हेतु योग्यता-
आप देश के सामान्य नागरिक हैं इसलिए मुख्यतः इस बात पर ही
ध्यान दिया जाता
हैं कि-
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यू जी सी/ UGC) की धारा 1956
द्वारा मान्यता प्राप्त, किसी राज्य अथवा केंद्रीय विश्वविद्यालय, या डीम्ड विश्वविद्यालय द्वारा स्नातक अथवा समकक्ष की डिग्री होनी आवश्यक
है ।
सिविल सेवा(Civil Services) की परीक्षा में जो छात्र स्नातक
अथवा समकक्ष परीक्षा के
परिणाम का इंतजार कर रहे हैं या
अंतिम वर्ष में हैं, वो प्रारंभिक परीक्षा में बैठ सकते है लेकिन मुख्य
परीक्षा में शामिल होने
के पूर्व उन्हें आवेदन पत्र के साथ
न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता की डिग्री संलग्न करना आवश्यक होता
है ।
सिविल सेवा(Civil Services) की परीक्षा में तकनीकी (टेक्निकल
ग्रेजुएट) योग्यता वाले
छात्र भी शामिल हो सकते हैं ।
सिविल सेवा(Civil Services) की परीक्षा के लिए वे अभ्यर्थी जो
M.B.B.S. के फ़ाइनल ईयर में हैं या जिनकी इंटर्नशिप अभी पूरी
नहीं
हुई है वो भी सिविल सेवा मुख्य परीक्षा में शामिल होसकते
हैं लेकिन साक्षात्कार
के दौरान उन्हें पूरी डिग्री साक्षात्कार बोर्ड के
समक्ष रखनी पड़ती है ।
सिविल सेवा(Civil Services) हेतु आयु सीमा :
· न्यूनतम
आयु सीमा - न्यूनतम आयु सीमा सभी अभ्यर्थियों के
लिए अनिवार्य है |
सिविल सेवा(Civil Services)हेतु अधिकतम आयु सीमा
·
जिस
साल आप एग्जाम दे रहे हैं उसी साल आवेदन फॉर्म में
अंकित तिथि को आपकी न्यूनतम आयु 21 वर्ष हो जानी चाहिए,
अन्यथा आप परीक्षा में नहीं बैठ सकते।
1) सामान्य श्रेणी - 32
वर्ष
2) अन्य पिछड़ा वर्ग - 35
वर्ष
3) अनुसूचित जाति/जनजाति - 37 वर्ष
4) दिव्यांग - 42
वर्ष
अवसरों(प्रयासों) की अधिकतम सीमा (ATTEMPT LIMIT)
✍️ सामान्य श्रेणी - 6 Attemptes.
✍️ अन्य पिछड़ा वर्ग - 9 Attemptes.
✍️ दिव्यांग - अनुसूचित पिछड़ा वर्ग - 9 Attempts.
✍️ अनुसूचित जाति/जनजाति - कोई प्रतिबंध नहीं।
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