IAS PCS preparation kaise kre आईएएस/पीसीएस की तैयारी कैसे करें?

कैसे करें यूपी पीसीएस(UP PCS/IAS) की तैयारी? यूपी पीसीएस (PCS/IAS) भारत की बहुत ही बड़ी परीक्षा है|  यूपी पीसीएस (UP PCS) में प्रत्येक वर्ष लाखों छात्र को पास करने के लिए आवेदन करते हैं| यूपी पीसीएस (UP PCS) की परीक्षा को पास करने के बाद विशिष्ठ पदों पर आपकी नियुक्ति होती है और आपको देश की सेवा करना का गौरव प्राप्त होता है|

यूपी पीसीएस (UP PCS)  बनने की इच्छा रखने वाले हर प्रतियोगी के समक्ष  कुछ  समस्यायें  आती हैं जैसे कि

1 .  यूपी पीसीएस (UP PCS) की कैसे तैयारी करें?

2 . यूपी पीसीएस (UP PCS) के लिए क्या पढ़े व कौन सी किताबें पढ़े ?

3. यूपी पीसीएस (UP PCS) के लिए कितना पढ़े ?

4. IAS/PCS (आईएस/पपीसीएस) Exam के लिए कोचिंग ज्वाइन करें या ना करें ?

5. IAS/PCS (आईएस/पपीसीएस) कोचिंग के नोट्स से पढ़े या किताबों से पढ़े ?

6. IAS/PCS (आईएस/पपीसीएस) एग्जाम के लिए नोट्स कैसे बनायें ?

7. IAS/PCS (आईएस/पपीसीएस) के लिए सटीक उत्तर लेखन का अभ्यास कैसे करें ?

8 IAS/PCS (आईएस/पपीसीएस) के लिए तैयारी हेतु कितना समय पर्याप्त होता है ?

9 IAS/PCS (आईएस/पपीसीएस) परीक्षा में सफलता की कितनी सम्भावना है ?

इन सभी सवालों के उत्तर को जानने के लिए इनपर विस्तार पूर्वक गहन चिंतन करना आवश्यक है तो आइये कोशिश करते हैं आपके कुछ सवालों के जवाब देने की जिससे आपकी परेशानी थोड़ी कम हो जाये और आपके सवालों का जवाब भी आपको मिल जाये |


What is Civil Services सिविल सेवा परीक्षा क्या है


1.कैसे तैयारी करें

प्रथम चरण


सर्वप्रथम आप मानसिक रूप से दृढ़ संकल्प करें और स्वयं पर यकीन करें कि आप यह बिलकुल कर सकते हैं । आपका कान्फीडेन्स अत्यंत आवश्यक है क्योंकि यही आपको मजबूत बनता है ।

दूसरा चरण


IAS/PCS (आईएस/पपीसीएस) के सम्पूर्ण सिलेबस / पाठ्यक्रम का गहनता से  अध्ययन करें। पाठ्य क्रम के अध्ययन से आपको स्थूल रूप से एक दिशा प्राप्त हो जाएगी और आपको उसके अनुसार अपनी तैयारी पर ध्यान केन्द्रित करना होगा। अगर आपको सम्पूर्ण पाठ्यक्रम समझ में आ गया एवं इसे आपने आत्मसात कर लिया है तो आपकी तैयारी का यह चरण पूरा हो जरगा| IAS/PCS (आईएस/पपीसीएस) के पाठ्यक्रम में किसी प्रकार की दुविधा होने की स्थिति में आप हमसे संपर्क कर सकते हैं ।

तीसरा चरण

IAS/PCS (आईएस/पपीसीएस) के लिए अपनी सुविधानुसार समय सारणी अवश्य ही बनायें । समय सारणी बनाते समय दो बातों का ध्यान रखें पहला यह कि सम्पूर्ण सिलेबस आपको छह माह में पूरा करना है ताकि आपको रिवीज़न का पर्याप्त समय प्राप्त हो सके दूसरा यह कि आप प्रतिदिन कितना समय दे सकते हैं तथा आप अपनी आत्मसात करने की सीमा का भी अवश्य ध्यान रखें। समय सारणी के अनुसार नियमित रूप से अध्ययन करें। नियमित रूप से अनुशासन बद्ध होकर अध्ययन करे बिना आप सफलता का स्वाद नही चख़ सकते। इसलिए अपने अनुसार स्वयं की समय सारणी बनायें ।

2. क्या पढ़ें -

चौथा चरण

IAS/PCS (आईएस/पपीसीएस) के लिए अध्ययन सामग्री का सावधानी पूर्ण चयन अत्यंत आवश्यक है यदि आपके द्वारा चयनित अध्ययन सामग्री त्रुटिपूर्ण या स्तरहीन है तो आप का समय कैरियर एवं सम्पूर्ण भविष्य दांव पर है। स्तरीय पाठ्यसामग्री के चयन हेतु चयनित व्यक्तियों, गुरूजनों , विभिन्न मासिक पत्रिकाओं में प्रकाशित टापर्स के साक्षात्कार आदि का अध्ययन करें। परंतु किताबों का चयन करते समय अपनी बुद्धि और विवेक का भी इस्तेमाल करें। अर्थात ऐसी किताबों का चयन कीजियेगा जिसे पढने में आपको अच्छा लेगे और आपको आसनी से समझ में आ जाये।

3. कितना पढ़े-


प्रतिदिन एक गुणवत्तापूर्ण दैनिक समाचार पत्र के सम्पादकीय, राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय घटनाओं और खेल समाचारों का अध्ययन करें। लोकल समाचारों या जानकारियों पर अधिक समय न व्यतीत करें । इंटरनेट के समाचारों को अध्ययन का आधार बिलकुल कम या हो सके तो न ही  बनायें। सुबह एवं रात्रि के समय आकाशवाणी के सामाचार भी सुनें इसका लाभ यह होगा कि आप को समाचार स्मरण हो जाएँगे ।
प्रतिदिन जब समय सारणी के अनुसार कोई टापिक समाप्त हो जाए तो उसका रिवीज़न अवश्य करें साथ ही उस टापिक से आए प्रश्नों को हल करें साथ ही आप स्वयम् उस टापिक से संभावित प्रश्नों की एक सूची बनायें।

4. कोचिंग ज्वाइन करें या ना करें-


हमने नीचे कुछ आधार बिंदु लिखें हैं आप उनको पढ़ कर खुद से ही निर्णय ले की आप क्या चाहते हैं ?

IAS/PCS (आईएस/पपीसीएस) कोचिंग ज्वाइन करने के लाभ

° समय की पाबंदी  
                   यह कोचिंग का सर्वप्रमुख लाभ है आप नियमित रूप से अध्ययन कर पायेंगे। एकांत अध्ययन हो सकता है आप नियमित न कर पायें क्योंकि घर पर बैठने से आपके परिवार वाले , सगे संबधी , मित्रगण, पड़ोसी आदि लोग आपको फालतू या खाली समझने लगते हैं । या आप स्वयं भी कहीं और व्यस्त हो सकते हैं। कोचिंग लेने से आप इन समस्याओं से कुछ हद तक छुटकारा पा सकते हैं।

° प्रतियोगी भावना  
                  IAS/PCS (आईएस/पपीसीएस) कोचिंग का यह लाभ है कि आप अपने साथ पढ़ने वालों से बेहतर प्रदर्शन करना चाहते हैं अतः आप अधिक मेहनत करते हैं और अपने प्रतिस्पर्धा पनपने लगती है |

° मार्गदर्शन  
            IAS/PCS (आईएस/पपीसीएस) कोचिंग के अध्यापकों को कई वर्षों का अनुभव होने के कारण वह आपको उचित मार्गदर्शन दे सकते हैं जिससे आपको अपने लक्ष्य को पाने में आसानी हो सकती है |

° अपडेट्स   
           आप अपने कोचिंग के साथियों द्वारा तथा कोचिंग द्वारा करेंट ट्रेंडस् से परिचित रहते हैं और नये बदलवों से नियमित रूप से परिचित होते रहते हैं |

IAS/PCS (आईएस/पपीसीएस) कोचिंग ज्वाइन करने की हानियाँ


° कोचिंग की महंगी फीस  
                       दिल्ली प्रयागराज लखनऊ कानपूर जैसे शहरों में ग़रीब छात्रों के लिए फ़ीस कभी कभी चुनौती बन जाती है । क्योंकि इन कोचिंग्स की फीस कुछ ज्यादा ही महंगी होती है |

° व्यक्तिगत मार्गदर्शन नही  
                      बैच या क्लास के दौरान कई बार विद्यार्थी उपेछित महसूस करते हैं और उनमें कभी कभी हीन भावना घर करने लगती है ।

5. कोचिंग के नोट्स से पढ़े या किताबों से पढ़े-


IAS/PCS (आईएस/पपीसीएस) एग्जाम के लिए जहाँ तक संभव हो सके तो  स्टैंडर्ड / मानक किताबों का ही अध्ययन करें । कोचिंग के नोट्स से केवल उन ही टापिक्स का अध्ययन करें जिस टापिक पर किताबें उपल्बध न हों या टापिक आप की समझ में न आया हो। दिल्ली / इलाहाबाद से कोचिंग के नोट्स या उनकी फोटोकापी के संग्रह से बचे और अपने हिसाब सेही अपने नोटस को भी आप स्वयं बना सकते हैं जो आपकी परीक्षा में कम दिन बचने पर रिविजन करने आपकी मदद कर सकते हैं |

6. नोट्स कैसे बनायें-


बहुत से सफल छात्र हैं जिन्होंने कभी नोट्स नही बनाया पर इसका मतलब यह नही कि आप भी ऐसा ही करें । नोट्स बनाने के निम्न लाभ हैं-

  • रिवीजन में समय कम लगता है।
  • आत्मविश्वास आता है कि मै़ कम से कम इतने टॉपिक्स पूरे कर चुका हूँ। पर अपने नोट्स का रिवीज़न भी करते रहें नहीं तो यह आत्मविश्वास कब ओवरकान्फिडेंस में बदल जायेगा आपको पता ही नहीं चलेगा।
  • लिखने की प्रैक्टिस हो जाती है|
  •  नोट्स बनाने के अन्य भी कई लाभ हैं- जो आप समय के साथ स्वयम् समझ जायेंगे।


नोट्स बनाने के लिये निम्न बातों का ध्यान रखें-

  • सदैव लाइन वाले पेजों का प्रयोग करें । बाजार में आयोग के आन्सरशीट के माप एवं डिजाइन की कापियॉ भी उपल्बध हैं आप चाहें तो उनका प्रयोग भी कर सकते हैं । 
  • काले या नीले पेन का प्रयोग करें । पेन की लिखावट अधिक मोटी या अधिक महीन नही होनी चाहिए ।
  •  ध्यान रहे नोट्स आप अपने लिये बना रहे है अतः नोट्स बनाते समय उन तथ्यों को ही लिखें जो आपके लिये नये हों या जो आप भूल सकते हों। भारत की राज़धानी दिल्ली में है जैसे तथ्यों को नोट्स में लिखने से कोई लाभ नहीं ।
  • वाहवाही पाने के लिये सोशल मीडिया में अपने नोट्स शेयर करने से बचें ।
  • नोट्स को तैयार करते समय सीनियर्स या मित्रों की राय जानने का प्रयास अवश्य करें। उनके अनुभव का लाभ उठाते रहना अप्केलिये काफी फायदेमंद साबित हो सकता है|
  • नोट्स मानक किताबों से ही बनायें । किसी शंका की स्थिति में संबंधित सरकारी विभाग की वेब साइट या इंटरनेट पर सिर्फ trusted website की ही सहायता लें।
  • परिवर्तनशील विषयों के नोट्स बनाते समय पर्याप्त स्थान छोड़ दें ताकि आप उसमे ही नये आंकड़े वहॉ लिख सकें।

6. सटीक उत्तर लेखन का अभ्यास कैसे करें-

IAS/PCS (आईएस/पपीसीएस) की मुख्य परीक्षा में अधिक  अंक पाने में सटीक उत्तर लेखन की अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका होती है| सटीक उत्तर लेखन आपके विचारों तथा आप की विषयों पर पकड़ तथा समझ को व्यक्त करता है यही वह माध्यम है जिससे आपको परीक्षक को प्रभावित करना है उस पर अपनी प्रतिभा की धाक जमानी है जिससे कि वह आपको अधिक अंक प्रदान करें।

  • आप का लेखन धर्म , जाति ,वर्ण , दल,लिंग एवं सामाजिक कुरीतियों से स्वतंत्र होना चाहिये। यहांँ इस बात का विशेष ध्यान रखें कि आप जिस धर्म ,जाति ,वर्ण , दल ,लिंग के हैं उस के कुछ प्रभाव आप पर अवश्य होंगे अतः निरपेक्ष सोच विचारों का प्रयत्न करें। वरना इसकी छाप आप के उत्तर लेखन में अवश्य प्रकट होगा।
  •  शब्दों एवं विचारों के दोहराव से बचें ।
  •  कम से कम शब्दों में लिखने का प्रयास करें । मित्रों से वार्तालाप करते समय भी अपशब्दों का प्रयोग न करें तथा कम से कम शब्दों में अपनी बात करने का प्रयास करें। 
  • किसी लेख साहित्य को पढ़ते  समय या किसी की बात सुनते समय यह सोचें कि क्या यह बात कम शब्दों में,अधिक सरल तरीके से ,अधिक प्रभावशाली तरीके से कही जा सकती है?
  • यह एक आवश्यक अभ्यास है जिससे न केवल आप सटीक उत्तर लेखन में सक्षम होंगे अपितु आप को निबंध के विषय की भी अतिरिक्त तैयारी नहीं करना पड़ेगी|
  •  विशेषज्ञ बनने का प्रयास न करें अर्थात अत्याधिक क्लिष्ठ भाषा  या अत्य्ंत साहित्य लेख न लिखें ।

8. कितना समय पर्याप्त है तैयारी हेतु-


IAS/PCS (आईएस/पपीसीएस) की तयारी करने में लगभग 12माह से 18माह तक का समय लग सकता है। समय ज्यादा और कम भी लग सकता है यह हमारी सीखने और याद करने की प्रवृति कर निर्भर करता है|

9. सफलता की कितनी सम्भावना है-


यदि आप नियमित अध्ययन करते हैं और उपरोक्त बातों का ध्यान रखते हैं तो सफलता अवश्य मिलेगी| काफी छात्र अपने प्रथम प्रयास में ही एग्जाम पास कर लेते हैं और कई छात्र कुछ वर्षों के बाद सफल होते है | बस आपको हार नही मनानी है जमकर तयारी करते रहन है सफलता अवश्य ही आपके कदम चूमेगी| आप भरोसा और विश्वास के साथ आगे क़दम से क़दम मिलाकर साथ चले आपकी जीत सुनिश्चित है|


अगर आपका कोई सवाल हो तो नीचे कमेंट करके हमसे अवश्य पूछें और इस जानकारी को अपने मित्रों तक अवश्य पहुंचाएं